सुकमा हुए नक्सली हमले में एटा का लाल भी हुआ शहीद,कल पैतृक गांव डीएम एसएसपी देगे श्रधांजलि
एटा-
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 25 जवानों में यूपी के एटा जिले का वीर सपूत किशनपाल सिंह भी शामिल है। थाना जैथरा क्षेत्र के गांव डांडी के रहने वाले किशनपाल सिंह सीआरपीएफ में हेड कॉन्स्टेबल थे। उनके गांव में गमगीन माहौल है लेकिन किशनपाल सिंह की शहादत पर परिजनों को गर्व भी है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 25 जवानों में यूपी के एटा जिले का वीर सपूत किशनपाल सिंह भी शामिल है। थाना जैथरा क्षेत्र के गांव डांडी के रहने वाले किशनपाल सिंह सीआरपीएफ में हेड कॉन्स्टेबल थे। उनके गांव में गमगीन माहौल है लेकिन किशनपाल सिंह की शहादत पर परिजनों को गर्व भी है।
ढाई साल पहले हुई थी तैनाती
शहीद किशनपाल पांच भाइयों में दूसरे नंबर के थे। करीब ढाई साल पहले किशनपाल की तैनाती छत्तीसगढ़ में हुई थी। सोमवार देर रात को उनके शहीद होने की सूचना परिजनों को मिली तो पूरे गांव में गमगीन माहौल हो गया। शहीद किशनपाल के भाई सतेंद्र ने बताया कि वो कुछ ही दिनों में छुट्टी पर आने वाले थे लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
शहीद किशनपाल पांच भाइयों में दूसरे नंबर के थे। करीब ढाई साल पहले किशनपाल की तैनाती छत्तीसगढ़ में हुई थी। सोमवार देर रात को उनके शहीद होने की सूचना परिजनों को मिली तो पूरे गांव में गमगीन माहौल हो गया। शहीद किशनपाल के भाई सतेंद्र ने बताया कि वो कुछ ही दिनों में छुट्टी पर आने वाले थे लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था।
पैतृक गांव में दी जाएगी अंतिम सलामी
शहीद किशनपाल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नगला डांडी करीब तीन बजे तक लाया जाएगा। जहां सीआरपीएफ और पुलिस बल के अधिकारियों की मौजूदगी में उन्हें अंतिम सलामी दी जाएगी। बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने सोमवार को सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन पर हमला कर दिया था। जिसमें 25 जवान शहीद हो गए।
शहीद किशनपाल का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नगला डांडी करीब तीन बजे तक लाया जाएगा। जहां सीआरपीएफ और पुलिस बल के अधिकारियों की मौजूदगी में उन्हें अंतिम सलामी दी जाएगी। बता दें कि छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने सोमवार को सीआरपीएफ की 74वीं बटालियन पर हमला कर दिया था। जिसमें 25 जवान शहीद हो गए।
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