एटा में शौचालय निर्माण में फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा,स्वतंत्र टीम करेगी निर्माण कार्य की जांच-डीएम
खुले में शौच की प्रथा समाप्त होगी, तभी जनपद होगा ओडीएफ
लगन से कार्य करते हुए जनपद को ओडीएफ घोषित कराने में अपना सहयोग करें
लगन से कार्य करते हुए जनपद को ओडीएफ घोषित कराने में अपना सहयोग करें
एटा-
शहर के माल गोदाम रोड स्थित शुक्ला गार्डन में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण व विश्व बैंक के सहयोग से सामुदायिक संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता के तहत के पंचदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। शनिवार को समापान समारोह का संबोधित करते हुए डीएम विजय किरन आनन्द ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जनपद को आगामी 26 जनवरी 2018 तक खुले में शौच मुक्त घोषित करने हेतु सभी अधिकारी, कर्मचारी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें। जनपद को खुले में शौच मुक्त करने हेतु वित्तीय वर्ष 2016-17 में लगभग 6 हजार शौचालय बनाये जा चुके हैं तथा 2.5 लाख शौचालयों का निर्माण कार्य होना है, अर्थात प्रतिदिन लगभग 750 शौचालय बनाये जाने हैं तभी हमारा जनपद खुले में शौच मुक्त घोषित हो सकेगा।
डीएम ने निर्देश दिये कि शौचालय निर्माण में गुणवत्ता का विशेष रूप से ध्यान रखा जाये, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बरतने पर संबंधित कर्मचारी को वखा नहीं जायेगा। स्वतंत्र टीम बनाकर शौचालय निर्माण की जांच कराई जायेगी।
शहर के माल गोदाम रोड स्थित शुक्ला गार्डन में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण व विश्व बैंक के सहयोग से सामुदायिक संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता के तहत के पंचदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। शनिवार को समापान समारोह का संबोधित करते हुए डीएम विजय किरन आनन्द ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जनपद को आगामी 26 जनवरी 2018 तक खुले में शौच मुक्त घोषित करने हेतु सभी अधिकारी, कर्मचारी अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें। जनपद को खुले में शौच मुक्त करने हेतु वित्तीय वर्ष 2016-17 में लगभग 6 हजार शौचालय बनाये जा चुके हैं तथा 2.5 लाख शौचालयों का निर्माण कार्य होना है, अर्थात प्रतिदिन लगभग 750 शौचालय बनाये जाने हैं तभी हमारा जनपद खुले में शौच मुक्त घोषित हो सकेगा।
डीएम ने निर्देश दिये कि शौचालय निर्माण में गुणवत्ता का विशेष रूप से ध्यान रखा जाये, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बरतने पर संबंधित कर्मचारी को वखा नहीं जायेगा। स्वतंत्र टीम बनाकर शौचालय निर्माण की जांच कराई जायेगी।
डीएम विजय किरन आनन्द ने कहा कि बिना लक्ष्य के कोई जीवन नहीं हैं, इसलिए जनपद को खुले में शौच मुक्त के लक्ष्य को हमें स्वीकार करते हुए लगन से कार्य करना है, इस हेतु 107 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है जो जनपद को ओडीएफ घोषित करने में अपनी अहम भूमिका निभायेंगे। गांव में प्रत्येक पात्र व्यक्ति को शौचालय से लाभान्वित किया जाये, साथ ही उन्हें शौचालय का प्रयोग करने हेतु प्रेरित करें, महिलाओं की भागीदारी इस अभियान में शतप्रतिशत सुनिश्चित की जाये, क्योंकि महिलाओं की ताकत अहम होती है, इसलिए सभी महिलाएं अपनी ताकत को समझते हुए इस अभियान को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें। गांव का माहौल जितना अच्छा होगा, उतना ही जल्दी यह अभियान पूर्ण हो सकेगा।
डीएम ने निर्देश दिये कि घर घर सम्पर्क कर लोगों को मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत करें, गांव की निगरानी समिति में अच्छे एवं सक्रिय लोगों को शामिल किया जाये। जागरूकता हेतु राज मिस्त्रियों की कार्यशाला का भी आयोजन कराया जायेगा, उनको मॉडल टायलेट के बारे में भी जानकारी दी जायेगी।
डीएम ने निर्देश दिये कि घर घर सम्पर्क कर लोगों को मनोवैज्ञानिक रूप से मजबूत करें, गांव की निगरानी समिति में अच्छे एवं सक्रिय लोगों को शामिल किया जाये। जागरूकता हेतु राज मिस्त्रियों की कार्यशाला का भी आयोजन कराया जायेगा, उनको मॉडल टायलेट के बारे में भी जानकारी दी जायेगी।
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