अपनी शायरी में 'मां' को विशेष दर्जा देने वाले शायर मुनव्वर राणा की मां का निधन, साहित्य जगत में शोक
लखनऊ-
मशहूर शायर मुनव्वर राना की मां का मंगलवार देर सांय लखनऊ में निधन हो गया। 84 साल की आयशा खातून लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थीं। उनको लखनऊ के सहारा हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था जहां मंगलवार देर सांय उन्होंने आखरी सांस ली। उनके पैतृक निवास रायबरेली में उन्हें बुधवार यानि आज सुबह 10 बजे सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। कांग्रेस के नेता सिराज मेहंदी, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर अनवर जलालपुरी के अलावा साहित्य जगत की सभी जानी मानी हस्तियों ने मुनव्वर राना की मां के निधन पर शोक व्यक्त किया है और दुआ मांगी की इस दुख की घड़ी में उन्हें हौसला दें।
गौरतलब है कि मुनव्वर राना की शायरी की प्रेरणा स्रोत रहीं हैं उनकी मां। उन्होंने मां नाम के शीर्षक से एक किताब और सैकड़ों शेर भी लिखे हैं।
'मां' को श्रद्धांजली अर्पित करता मुनव्वर राणा का ही एक शेर
मेरी ख़्वाहिश है कि फिर से मैं फ़रिश्ता हो जाऊं,
मां से इस तरह लिपट जाऊं कि बच्चा हो जाऊं।
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